सावन माह की शिवरात्रि बेहद खास मानी गई है. इस दिन शिव जी का जलाभिषेक करने का महत्व है. शिवरात्रि शिव और शक्ति के मिलन का दिन होता है. शिवरात्रि का शिवभक्त इंतजार करते हैं.
ऐसे में सुयोग्य वर और सुखी दांपत्य जीवन की कामना के लिए इस दिन महादेव का रात्रि काल में पूजन करना चाहिए, मान्यता है इससे जल्द मनोकामनाएं सिद्ध हो जाती है.
सावन शिवरात्रि कब ?
सावन शिवरात्रि 2 अगस्त 2024 को है. मान्यताओं के अनुसार शिवरात्रि के दिन व्रत करके शिवजी की पूजा करने से व्यक्ति को सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है.
शिवरात्रि पूजा मुहूर्त :
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रात्रि प्रथम प्रहर पूजा समय – रात 07:11 – रात 09:49
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रात्रि द्वितीय प्रहर पूजा समय – रात 09:49 – प्रात: 12:27, 3 अगस्त
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रात्रि तृतीय प्रहर पूजा समय – प्रात: 12:27 – प्रात: 03:06, 3 अगस्त
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रात्रि चतुर्थ प्रहर पूजा समय – प्रात: 03:06 – सुबह 05:44, 3 अगस्त
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निशिता काल मुहूर्त – 3 अगस्त 2024, प्रात: 12.06 मिनट – सुबह 12.49 मिनट
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पारण समय – सुबह 05.44 – दोपहर 03.49 (3 अगस्त)
सावन शिवरात्रि के उपाय :
सावन शिवरात्रि के दिन व्रत रखकर शिव शंकर की पूजा करते हैं, मंत्र जाप, जलाभिषेक, रुद्राभिषेक आदि करते हैं, ताकि महादेव की कृपा से संकट दूर हों और पाप से मुक्ति मिले. जीवन में सुख और समृद्धि के साथ सफलता मिलती है.
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