लंपी स्किन डिजीज के प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रतिबद्ध है राज्य सरकार: जिला प्रभारी मंत्री
समीक्षा बैठक में जिला प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
श्रीगंगानगर, 15 अगस्त। पशुओं में फैल रही लंपी स्किन डिजीज की वर्तमान स्थिति, बचाव और रोकथाम की तैयारियों को लेकर सोमवार दोपहर बाद आपदा प्रबंधन एवं सहायता, प्रशासनिक सुधार और समन्वय, सांख्यिकी विभाग और नीति निर्धारण प्रकोष्ठ तथा श्रीगंगानगर जिला प्रभारी मंत्री श्री गोविंद राम मेघवाल ने जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार लंपी स्किन डिजीज के प्रभावी नियंत्रण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
बैठक में प्रभारी मंत्री ने कहा कि पशुपालक अपने पशुओं का उपचार झोलाछाप से न करवाएं। उनके अनुसार संक्रमित पशुओं का उपचार झोलाछाप से करवाने पर संक्रमण फैलाव की आशंका है। इसलिये पशुपालन विभाग के चिकित्सकों और पशुधन सहायकों से ही संक्रमित पशुओं का उपचार करवाया जाए। उन्होंने कहा कि जल्द ही सरकार द्वारा यूटीबी के माध्यम से पशु चिकित्सकों और पशुधन सहायक की नियुक्ति की जाएगी। उनका प्रयास रहेगा कि अधिकाधिक पशु चिकित्सक और पशुधन सहायक गंगानगर जिले को मिल सकें। प्रभारी मंत्री ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गौशालाओं में संक्रमित पशुओं को स्वस्थ पशुओं से दूर रखें। उन्हें आइसोलेट करवाएं ताकि संक्रमण स्वस्थ पशुओं में ना फैल सके।
पशुपालन विभाग के अधिकारियों से अब तक की गतिविधियों की जानकारी लेने और उनकी समीक्षा करने के पश्चात उन्होंने कहा कि संक्रमित पशुओं की मृत्यु दर 10 प्रतिशत से घटकर 3 प्रतिशत रह गई है। अगर लगातार संक्रमण से बचाव और पशुपालकों को जागरूक किया जाएगा तो जल्द ही बीमारी पर नियंत्रण संभव है। गंगानगर जिले में संक्रमण की रोकथाम के लिए 6 पशु चिकित्सकों, 15 पशुधन सहायकों और 4 मोबाइल वैन उपलब्ध करवाने पर उन्होंने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जिस तरह से कोरोना काल में राज्य सरकार ने बेहतरीन प्रबंधन किया, वैसा ही अब लंपी स्किन डिसीज को लेकर सरकार कर रही है।
उन्होंने आमजन और पशुपालकों से भी आह्वान किया कि वे संक्रमित पशुओं की जानकारी पशुपालन विभाग के चिकित्सकों और पशुधन सहायकों को देकर उनका उपचार करवाएं। साथ ही संक्रमण से मृत पशुओं का निस्तारण समुचित तरीके से करवाया जाए ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
जिला कलक्टर श्रीमती रुक्मणि रियार सिहाग द्वारा प्रभारी मंत्री को अवगत करवाया गया कि जिले में संक्रमण की रोकथाम के लिए 14 लाख रुपए की दवाइयां खरीद ली गई हैं जबकि 45 लाख रुपए की दवा खरीद के रेट कॉन्ट्रैक्ट कर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि पशुपालन विभाग के अधिकारियों की लगातार मॉनिटरिंग करते हुए लंपी स्किन डिजीज की प्रभावी रोकथाम और संक्रमण फैलाव को रोकने के लिए गंभीरतापूर्वक प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में जिले की सभी ग्राम पंचायतों में बीडीओ और तहसीलदार के नेतृत्व में टीमें बनाकर मृत पशुओं का निस्तारण एसओपी के माध्यम से करवाया जा रहा है।
इस अवसर पर जिला प्रमुख श्री कुलदीप इंदौरा, श्रीगंगानगर नगर परिषद सभापति श्रीमती करुणा चांडक, पंचायत समिति प्रधान श्री सुरेंद्र पाल सिंह बराड़, एडीएम प्रशासन डॉ. हरीतिमा, जिला परिषद के सीईओ श्री मोहम्मद जुनेद,पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. रामवीर शर्मा डॉ. नरेश गुप्ता सहित अन्य मौजूद रहे।
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