बीजेपी का आरोप है कि वायु सेना में नियुक्ति के बाद ( सचिन पायलट के पिता) राजेश पायलट ने 5 मार्च 1966 को मिजोरम पर बम गिराए थे. इसपर सचिन पायलट ने पलटवार करते हुए कहा था कि बीजेपी के पास गलत तारीखें और तथ्य हैं. उनके दिवंगत पिता राजेश पायलट ने ऐसा नहीं किया था. वहीं, अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट लिख कर बीजेपी पर निशाना साधा है.
अशोक गहलोत ने पोस्ट में लिखा, ‘कांग्रेस नेता श्री राजेश पायलट भारतीय वायुसेना के वीर पायलट थे. उनका अपमान करके भाजपा भारतीय वायुसेना के बलिदान का अपमान कर रही है. इसकी पूरे देश को निंदा करनी चाहिए.’
कांग्रेस नेता श्री राजेश पायलट भारतीय वायुसेना के वीर पायलट थे।
उनका अपमान करके भाजपा भारतीय वायुसेना के बलिदान का अपमान कर रही है। इसकी पूरे देश को निंदा करनी चाहिए।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 16, 2023
गौरतलब है कि एक न्यूज चैनल का वीडियो शेयर करते हुए बीजेपी नेता अमित मालवीय ने दावा किया था कि राजेश पायलट ने एयर फोर्स में रहते हुए साल 1966 में मिजोरम की राजधानी आइजोल पर बम गिराए थे. उन्होंने एक्स अकाउंट पर लिखा था कि राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी ही वे दो भारतीय वायुसेना के विमान उड़ा रहे थे, जिनसे आइजोल पर बमबाजी की गई. बाद में दोनों को कांग्रेस में मंत्रियों के पद भी मिले.
पीएम मोदी ने भी किया था इस बात का जिक्र
वहीं, कुछ समय पहले पीएम मोदी ने संसद में कहा था कि तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने मिजोरम के खिलाफ इंडिय एयरफोर्स का गलत इस्तेमाल किया था. पीएम ने कहा था कि आज भी मिजोरम हर साल 5 मार्च को शोक मनाता है. वे अब तक इसे नहीं भूले.
सचिन पायलट ने लगाया गलत तथ्य होने का आरोप
अमित मालवीय के ही पोस्ट पर पलटवार करते हुए सचिन पायलट ने एक्स पर लिखा, ‘आपके पास गलत तारीखें, गलत तथ्य हैं… हां, भारतीय वायुसेना के पायलट के रूप में मेरे दिवंगत पिता ने बम गिराए थे, लेकिन उन्होंने 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान पर हमला किया था, न कि 5 मार्च 1966 को मिजोरम पर जैसा कि आप दावा कर रहे हैं. उन्हें (राजेश पायलट) 29 अक्टूबर 1966 को भारतीय वायुसेना में नियुक्त किया गया था.’