शराब नीति मामले में जांच कर रही सीबीआई ने बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद उन्हें दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया.सीबीआई ने केजरीवाल की 5 दिन की कस्टडी मांगी है. सीबीआई ने कोर्ट में दावा किया है कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली शराब नीति मामले में सारा दोष मनीष सिसोदिया पर डाल दिया. सीबीआई के मुताबिक, केजरीवाल ने कहा है कि उन्हें आबकारी नीति के बारे में कोई जानकारी नहीं थी.
दिल्ली शराब नीति मामले में जांच कर रही ईडी ने 21 मार्च को अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया था. अब इस मामले में जांच कर रही सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया है. सीबीआई ने कोर्ट में कहा, हमें केजरीवाल से हिरासत में लेकर पूछताछ की जरूरत है. वह यह भी नहीं बता रहे हैं कि विजय नायर उनके अधीन काम कर रहे थे. सीबीआई के मुताबिक, केजरीवाल का कहना है कि विजय नायर अतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज के अधीन काम कर रहे थे.
केजरीवाल के वकील ने क्या कहा?
उधर, केजरीवाल के वकील व्रिकम चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री को 20 जून 2024 को निचली अदालत ने जमानत दिया. अब सीबीआई को मेरी जरूरत क्यों है. वह इंतजार क्यों कर रहे थे. वह कहते हैं कि उनके पास सामग्री थी, पहले उन्होंने आकर गिरफ्तारी क्यों नहीं किया. विक्रम चौधरी ने आगे कहा कि सीबीआई चाहती हैं कि मैं हिरासत में ही रहूं. क्या ये स्वतंत्र एजेंसियां हैं या फिर ये लोगों को खुश करने के लिए खेल रही हैं. मैं यह कह रहा हूं कि अगर यह आदमी वाकई दोषी था और उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए था, तो उन्होंने उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया?
विक्रम चौधरी ने कहा कि जांच अधिकारी को ठोस सबूत के जरिए यह साबित करना होगा कि केजरीवाल जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे. सहयोग न करना गिरफ्तारी का आधार नहीं है. सीबीआई का कहना है कि वो टालमटोल कर रहे थे. उन्हें (केजरीवाल) चुप रहने का भी अधिकार है.
केजरीवाल की कोर्ट में बिगड़ी तबीयत
राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई के दौरान केजरीवाल की तबीयत बिगड़ गई. उनका अचानक सुगर लेवल डाउन हो गया. इसके बाद उन्हें दूसरे रूम में बैठाया गया. उन्हें चाय और बिस्किट दिया गया. कोर्ट रूम में उस वक्त सीएम केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी मौजूद थीं.