वर्षा जनित हादसों की रोकथाम के लिए सुनिश्चित होनी चाहिएं आवश्यक व्यवस्थाएं
जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में संभागीय आयुक्त ने दिए निर्देश, वृक्षारोपण के बाद सुनिश्चित की जाए उनकी सार- संभाल
श्रीगंगानगर, 4 जुलाई। बीकानेर संभागीय आयुक्त श्रीमती वंदना सिंघवी की अध्यक्षता में गुरुवार को जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। इस दौरान संभागीय आयुक्त ने मानसून के दौरान वर्षा जनित हादसों की रोकथाम के लिए सभी तरह की आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि समस्त विभागीय कंट्रोल रूम नियमित रूप से संचालित होने चाहिए।
बैठक में उन्होंने बरसाती पानी की निकासी के लिए पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश देते हुए कहा कि राजकीय कार्यालयों की छतों की सफाई के साथ-साथ नाकारा सामान का निस्तारण 31 जुलाई तक किया जाए। खुले मैनहोल, बोरवेल और नाले ढके जाएं। आवश्यक होने पर ऐसे स्थानों पर बैरिकेडिंग करवाते हुए पीएचईडी द्वारा पेयजल की नियमित सैंपलिंग करवाई जाए।
शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत सेम्पलिंग कार्यवाही बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित करते हुए संभागीय आयुक्त ने कहा कि खुले में बिकने वाले समान और खाद्य-पेय पदार्थों की जांच करवाई जाए। मेडिकल बायोवेस्ट मैनेजमेंट के साथ-साथ चिकित्सालयों में साफ-सफाई रखी जाए। एंटी लार्वा गतिविधियां सुनिश्चित हों और समस्त चिकित्सालयों में आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण रखी जाए। नशा मुक्ति के लिए विभिन्न विभागों द्वारा की जा रही गतिविधियों पर संतोष व्यक्त करते हुए संभागीय आयुक्त ने कहा कि आमजन को नशा मुक्ति के लिए निरन्तर जागरूक किया जाए।
स्थानीय फसलों में संभावित बीमारियां और उनके नियंत्रण की जानकारी किसानों तक पहुंचाने के लिए कृषि विभाग को निर्देशित करते हुए संभागीय आयुक्त ने समर्थन मूल्य पर खरीदे गए कृषि जिंसों का भुगतान और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बकाया क्लेम प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कहा कि किसान सम्मान निधि की किस्त किसानों को मिलने में कोई परेशानी नहीं आनी चाहिए।
संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों के समयबद्ध रूप से निस्तारण करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि ई-फाइल प्रणाली में चालू फाइलों को भी अपलोड करें और पीयूसी की मॉनिटरिंग के साथ-साथ नियमित फाइलें स्कैन की जाए।
मानसून के दौरान वृक्षारोपण अभियान को सफल बनाने के लिए उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्मिक, व्यक्ति और परिवार वृक्षारोपण के बाद उनकी सुरक्षा भी करें। सिंचाई खालों सहित अन्य निर्माण के दौरान गुणवत्तापूर्ण कार्य करवाने के निर्देश देते हुए संभागीय आयुक्त ने कहा कि जिला स्तर पर 5-5 छात्र-छात्राओं के राजकीय विद्यालयों, पंचायत समिति के पांच विद्यालय, पांच आंगनबाड़ी केंद्र और समाज कल्याण विभाग के दो छात्रावासों को मॉडल रूप में विकसित किया जाए।
नेशनल हाईवे के डिवाइडर पर कनेर के पौधे लगाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत सभी कार्य गुणवत्तापूर्ण होने चाहिए। प्रत्येक कार्य का भौतिक सत्यापन अवश्य करवाया जाए। विद्युत उपभोक्ताओं की समस्याओं के नियमित निस्तारण के निर्देश देते हुए संभागीय आयुक्त ने कहा कि विभाग के समस्त कंट्रोल रूम निरंतर सक्रिय रहें और उनमें आने वाली उपभोक्ताओं की शिकायतों का समुचित निस्तारण भी किया जाए।
जिला कलक्टर श्री लोक बंधु ने भी समस्त अधिकारियों और कार्मिकों से राज्य सरकार की मंशा के अनुसार आमजन को राहत देने के निर्देश देते हुए कहा कि जनसुनवाई और रात्रि चौपाल के दौरान जो प्रकरण प्राप्त हो रहे हैं, उनका समयबद्ध रूप से निस्तारण किया जाए। परिवादियों की समस्याओं का यथासंभव निस्तारण करें।
इस अवसर पर एसपी श्री गौरव यादव, एडीएम प्रशासन श्री वीरेंद्र सिंह चौधरी, एडीएम सतर्कता श्री नरेंद्र पाल सिंह, जिला परिषद सीईओ श्री मृदुल सिंह, प्रोबेशनर आईएएस श्री रजत यादव, नगर विकास न्यास सचिव श्री कैलाश शर्मा, नगर परिषद आयुक्त श्री यशपाल आहूजा, आबकारी अधिकारी श्रीमती रीना, सहायक निदेशक लोक सेवाएं श्री ऋषभ जैन, श्री आशीष गुप्ता, श्री लाभ सिंह मान, डॉ. दीपक मोंगा, डॉ. अजय सिंगला, सुश्री कविता सियाग, डॉ. नरेश गुप्ता, श्री विक्रम सिंह, श्री पदम प्रकाश कोठारी, श्री धीरज चावला सहित अन्य मौजूद रहे।