राजनीति-अंदर की बात(1)
राजेश अरोड़ा-पॉलिटिकल क्रियेशन हाउस,श्री गंगानगर
25 अगस्त 2022
हेडलाइंस-
1-क्या अशोक गहलोत के कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से बदल जाएगी, श्रीगंगानगर विधानसभा क्षेत्र की सियासत…
2- अशोक गहलोत के नजदीकी विधायक राजकुमार गौड़ के भविष्य पर कितना पड़ेगा असर…
3- 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ चुके, सचिन पायलट के नजदीकी अशोक चांडक मजबूत होंगे या नहीं?
राजनीति को संभावनाओं का खेल कहा जाता है,राजनीति में कब,क्या हो जाए, कौन किसका मित्र बन जाए,कौन शत्रु बन जाए.. कुछ नहीं कहा जा सकता।
कभी-कभी अत्यधिक गुण भी राजनीति में नुकसानदायक साबित हो जाते हैं। यदि अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाते हैं तो इससे श्री गंगानगर विधानसभा की राजनीति पर क्या फर्क पड़ेगा। यदि आने वाले दिनों में कांग्रेस में जो अब चल रहा है,उसमें कुछ उलटफेर नहीं हुआ तो राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना लगभग तय नजर आ रहा है।यदि अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेंगे तो क्या राजस्थान के मुख्यमंत्री बने रहेंगे या नहीं?
क्या कांग्रेस एक व्यक्ति एक पद के नियम पर चलेगी….
अंदर की बात निकल कर आ रही है कि कांग्रेस एक व्यक्ति एक पद के नियम पर चलेगी और अगर इसी नियम के दृष्टिगत अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए तो राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन होगा और संभावनाएं व्यक्त हो रही है कि क्या वह सचिन पायलट होंगे या कोई और…
अशोक गहलोत और सचिन पायलट में है 36 का आंकड़ा-
अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच का 36 का आंकड़ा किसी से छुपा हुआ नहीं है। फिर भी राजनीति में सामंजस्य की संभावनाएं लगातार बनी रहती हैं। इन्हीं संभावनाओं के दृष्टिगत श्रीगंगानगर विधानसभा की राजनीति भी प्रभावित होगी। श्रीगंगानगर के वर्तमान विधायक जोकि स्वतंत्र रूप से चुनाव जीतकर विधायक बने हैं, राजकुमार गौड़, उन्हें अशोक गहलोत का वरदहस्त प्राप्त है,यह आप सब जानते हैं।
परंतु यदि सचिन पायलट मुख्यमंत्री बन जाते हैं तो कांग्रेस टिकट पर 2018 में चुनाव लड़ चुके अशोक चांडक जो अभी राजनीति में लगातार संघर्षरत हैं उनके भविष्य का क्या होगा?
अशोक गहलोत के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से राजकुमार गौड़ बहुत मजबूत होंगे, राष्ट्रीय राजनीति में भी राजकुमार गौड़ भागीदारी करेंगे।सचिन पायलट यदि मुख्यमंत्री बन भी गए तो कहीं ना कहीं उन्हें भी राजकुमार गौड़ से संबंधों को मिठासपूर्ण रखना ही पड़ेगा। क्योंकि सचिन पायलट को मुख्यमंत्री का पद बिना अशोक गहलोत की सहमति के मिलना मुश्किल है। सर्वप्रथम तो अशोक गहलोत यही प्रयास करेंगे कि सचिन पायलट की जगह कोई अन्य मुख्यमंत्री बन जाए फिर भी यदि सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाना भी पड़ा तो भी अशोक गहलोत कांग्रेस की राजनीति में, राष्ट्रीय स्तर पर उच्चतम पायदान पर होंगे।जहां सचिन पायलट के लिए उन्हें नजरअंदाज करना मुश्किल होगा। श्रीगंगानगर विधानसभा में सचिन पायलट के नजदीकी अशोक चांडक को सचिन पायलट के मुख्यमंत्री बनने से कुछ लाभ अवश्य हो सकता है परंतु बड़े लाभ की संभावना कम ही है।
-यदि सचिन पायलट मुख्यमंत्री नहीं बने तो श्रीगंगानगर विधानसभा में उनके नजदीकी अशोक चांडक के राजनीतिक भविष्य का क्या होगा?
यदि सचिन पायलट मुख्यमंत्री नहीं बने उनकी जगह कोई और व्यक्ति मुख्यमंत्री बना, जो अशोक गहलोत की ही पसंद हो तो अशोक चांडक के लिए स्थिति विकट हो जाएगी.. चलिए इंतजार करते हैं आने वाले दिनों का..
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