सीएम अशोक गहलोत ने कहां की बदमाश राजस्थान छोड़ दें या बदमाशी छोड़ दें. साथ ही पुलिस को अपराधियों पर कार्रवाई करने की खुली छूट दे दी है.
सीएम अशोक गहलोत ने शुक्रवार (25 अगस्त) को पुलिस मुख्यालय में कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान सीएम गहलोत ने पुलिस अफसर से कहा कि कोई बदमाश गोली चलाता है तो आपको भी गोली चलाने की पूरी छूट है. कानून व्यवस्था सुचारू रखने और पीड़ितों को न्याय दिलवाने की जिम्मेदारी पुलिस पर है. अपराधियों से निपटने के लिए राजस्थान पुलिस उत्तर प्रदेश पुलिस की राह पर है.
सीएम अशोक गहलोत ने कांस्टेबल प्रहलाद सिंह को दी श्रद्धांजलि
सीएम अशोक गहलोत वह पुलिस अधिकारियों ने दोष में बदमाशों से मुठभेड़ में शहीद हुए कांस्टेबल प्रहलाद सिंह को श्रद्धांजलि दी, सीएम ने कांस्टेबल के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति, एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता पारिवारिक पेंशन और कृषि कनेक्शन देने की घोषणा की. इसके साथ ही गैलंट्री सम्मान के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखने और नियमानुसार विभिन्न राहत दिलाने के लिए कहा, सीएम गहलोत ने अपराधियों को इस दौरान नसीहत देते हुए कहा की या तो अपराध छोड़ दो या राजस्थान छोड़ दो.
पुलिस तैयार किया रोड मैप
सीएम गहलोत ने कहा कि हम राज्य में कानून व्यवस्था को मजबूत रखने और चुनौतियों से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं. कानून व्यवस्था बनाए रखने और पीड़ितों को न्याय दिलाने की जिम्मेदारी पुलिस पर है. अपराध में संलिप्त पाए गए पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की गई है. मिशन-2030 के तहत पुलिस के लिए एक रोडमैप तैयार किया जाएगा. सीएम ने कहा कि राज्य पुलिस को किसी मामले की जांच में लगने वाला औसत समय लगातार कम हो रहा है.
उन्होंने कहा कि बलात्कार के मामलों में औसत जांच का समय 2017 में 208 दिनों से घटकर अब 59 दिन हो गया है. एससी-एसटी मामलों में, यह 2019 में 128 दिनों से घटकर 65 दिन हो गया है. राजस्थान महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामलों में 45.2% सजा दर के साथ अग्रणी राज्य बन गया है, जबकि राष्ट्रीय औसत केवल 26.5% है. POCSO मामलों में तेरह लोगों को मौत की सजा सुनाई गई है.
सीएम अशोक गहलोत ने डायल 112 परियोजना के तह फर्स्ट रिस्पांस व्हीकल को हरी झंडी दिखाई. इसमें मोबाइल डाटा टर्मिनल, कैम,रा एमआर, वायरलेस सेट, जीपीएस और अन्य आपातकालीन उपकरण भी उपलब्ध है.