![दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र में अरनपुर-समेली के बीच हुए IED ब्लास्ट के बाद सड़क पर गहरा गड्ढा हो गया। - Dainik Bhaskar](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/04/26/comp-1_1682506790.gif)
हमला दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र में अरनपुर-समेली के बीच हुआ। सूत्रों के मुताबिक यहां पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसी दौरान नक्सलियों ने वाहन पर बम भी फेंका। IG सुंदरराज पी ने कहा- मौके पर सीनियर ऑफिसर्स भेजे गए हैं। इलाके में सर्चिंग ऑपरेशन जारी है।
![ये फोटो धनी यादव का है। DRG का वाहन यही चला रहे थे। हमले में इनकी भी जान चली गई।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/04/26/photo-1_1682509085.jpg)
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नक्सलियों का हमले के लिए कैंपेन चल रहा
बस्तर में नक्सलियों का TCOC (टैक्टिकल काउंटर अफेंसिव कैंपेन) चल रहा है। नक्सली इस दौरान अक्सर कई बड़ी घटनाओं को अंजाम देते हैं। TCOC को देखते हुए फोर्स भी अलर्ट मोड पर है। बस्तर के सभी जिलों में जवानों को सर्चिंग के लिए भेजा जा रहा है।
![घटना के बाद पहुंचे जवानों ने शहीद हुए जवानों के हथियार निकालकर सुरक्षित रखे।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/04/26/new-project-2_1682506722.jpg)
5 दिन पहले नक्सली कैंप ध्वस्त किया था
5 दिन पहले सुकमा जिले में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों का कैंप ध्वस्त कर दिया था। भारी मात्रा में विस्फोटक समेत नक्सलियों के दैनिक उपयोग का सामान बरामद किया गया था। बताया जा रहा है कि इस कैंप में करीब 25 से 30 की संख्या में नक्सली मौजूद थे। जवानों के आने की खबर मिलते ही सभी नक्सली भाग गए।
![IED ब्लास्ट के बाद सड़क पर गहरा गड्ढा हो गया। सूत्रों की मानें तो हमले में 50 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल हुआ है।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/04/26/photo_1682506842.jpg)
PM-CM ने दुख जताया, बघेल ने कहा- नक्सलियों को बख्शेंगे नहीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- दंतेवाड़ा में छत्तीसगढ़ पुलिस पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हम हमले में शहीद हुए बहादुर जवानों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उनके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हमले पर दुख जताया है। कहा- शहीदों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। नक्सलियों को बख्शा नहीं जाएगा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को हर संभव सहायता देने की बात कही है।
![घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर फोर्स पहुंच गई। साथ ही स्वास्थ्य कर्मी भी पहुंचे।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/04/26/comp-1-1_1682506920.gif)
दो ट्रेनें रद्द
बस्तर में किरंदुल-विशाखापट्टनम पैसेंजर और नाइट एक्सप्रेस ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। ये दोनों यात्री ट्रेनें आज दंतेवाड़ा से आगे किरंदुल नहीं जाएगी। हालांकि किरंदुल से लौह अयस्क लेकर विशाखापट्टनम तक मालगाड़ियों की आवाजाही बरकरार रहेगी। ईको (ईस्ट कोस्ट) रेलवे मंडल ने यात्री ट्रेनों को लेकर आदेश जारी किया है।
DRG क्या है, इनसे डरते हैं नक्सली
DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व ग्रुप) इस टीम में स्थानीय युवाओं को ही भर्ती किया जाता है। कारण है फोर्स को इससे फायदा मिले। क्योंकि यह स्थानीय भाषा को बहुत ही अच्छे तरीके से समझते हैं। इन्हें इलाके की पूरी जानकारी होती है। कई बार डीआरजी में सरेंडर कर चुके नक्सलियों को शामिल किया जाता है। जो फोर्स की मदद भी करते हैं।
करीब 40 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले बस्तर क्षेत्र के सभी जिलों में नक्सलियों से मुकाबले के लिए डीआरजी के गठन की शुरुआत 2008 में हुई थी। सबसे पहले कांकेर और नारायणपुर जिलों में नक्सल विरोधी अभियान में इसे शामिल किया गया। 2013 में बीजापुर और बस्तर में इसका गठन हुआ। 2014 में सुकमा और कोंडागांव के बाद 2015 में दंतेवाड़ा में यह अस्तित्व में आया।
एक हफ्ते पहले विधायक के काफिले पर हमला हुआ था
बीजापुर से कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी के काफिले पर एक हफ्ते पहले नक्सलियों ने हमला किया था। जिस वाहन में जिला पंचायत सदस्य पार्वती कश्यप बैठीं थीं, उस वाहन पर गोलियां लगी थीं। सभी सुरक्षित हैं। विधायक विक्रम मंडावी, जिला पंचायत सदस्य समेत कांग्रेसी नेता गंगालूर गए हुए थे। यहां मंगलवार को साप्ताहिक हाट बाजार में नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया था। वहां से लौटते वक्त पदेड़ा गांव के नजदीक नक्सलियों ने चलते वाहनों पर फायरिंग की थी।
![ब्लास्ट के बाद DRG जवानों के वाहन के परखच्चे उड़ गए। वे बारिश के कारण फंसे सुरक्षाबलों का रेस्क्यू करने जा रहे थे।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/04/26/comp-11_1682506970.gif)
2 साल पहले जवानों पर BGL दागा था, 22 जवान शहीद हुए थे
3 अप्रैल 2021 को बीजापुर जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र के टेकलगुड़ा में हुई मुठभेड़ में 22 जवान शहीद और 35 से ज्यादा घायल हुए थे। इन पर 350 से 400 नक्सलियों ने हमला किया था। इनमें माओवादियों के बड़े कैडर्स के लीडर भी मौजूद थे। जवानों पर भारी मात्रा में BGL (बैरल ग्रेनेड लॉन्चर) दागा गया था। साथ ही DRG, CRPF, कोबरा बटालियन के जवानों से हथियार भी लूट कर ले गए थे।
कोबरा के एक जवान राकेश्वर सिंह मन्हास का अपहरण किया गया था। जवान के पास से भी हथियार लूट लिए थे। इस मुठभेड़ में नक्सलियों ने अपने TCOC के दौरान वारदात को अंजाम दिया था। बाद में जवान राकेश्वर सिंह को नक्सलियों ने रिहा कर दिया था।