राजस्थान : राजस्थान की राजनीति में इन दिनों एक नाम सुर्खियों में है और वो है पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा का. गुढ़ा ने खास बातचीत में कहा कि सोमवार को विधानसभा में अब खुलकर बोलूंगा. पहले मंत्री था तो नहीं बोल पाता था अब विधायक हूं खुलकर बोलूंगा. मैं विधानसभा में तब तक रहूंगा जब तक घसीटकर मुझे नहीं निकाल देते.
विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने कहा, “मैंने दो बार सरकार को बचाया है. दो बार 6-6 विधायक देकर अशोक गहलोत की सरकार को बचाया है और छोटी सी बात बोल दी तो मुझे बर्खास्त कर दिया. सदन में बोलने पर बर्खास्त किया गया है. इसलिए अब सदन में ही सारी बातें कहूंगा.” लाल डायरी के बारे में पूछने पर गुढ़ा ने कहा कि अब उसकी बात से कोई फायदा नहीं. अब तो सारी बातें सदन में बतानी हैं. इसकी तैयारी में लगा हूं.”
‘रंधावा से एक बार हुई थी मुलाकात’
राजेंद्र सिंह गुढ़ा का कहना है कि हमारी प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से एक बार ही मुलाकात हुई है. उसके बाद कोई मुलाकात नहीं हुई है. गुढ़ा ने कहा कि दो-दो बार हमने गहलोत की सरकार को बचाया है. हमने कोई कीमत नहीं मांगी. कांग्रेस के लिए कई बार राज्यसभा के लिए वोटिंग भी की है और अब सरकार के काम का नहीं रह गया.”
‘हाउस चल रहा था कोई साजिश नहीं’
विधानसभा में दिए बयान को लेकर राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा, “मैं सदन में बोल रहा था. उसके बाद कार्रवाई हुई है. ये तो मेरे मन में पीड़ा है. इसलिए अब सदन में ही अपने मन की पीड़ा कहूंगा. अध्यक्ष से समय मागूंगा और खुलकर बोलूंगा.” राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने राजेंद्र राठौड से सांठ-गांठ पर कहा कि कोई साजिश नहीं है. मेरी सीट पर बीजेपी से आमने-सामने लड़ाई होती है. वहां पर कांग्रेस फाइट में नहीं रहती है तो हम बीजेपी से लड़ते हैं. मैंने सरकार बचाई तो तब कांग्रेस ने नहीं कहा कि बीजेपी से मिला हुआ हूं. जब मैं कांग्रेस के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से लड़ रहा था तो तब बीजेपी से मिले रहने का आरोप नहीं लगाया और अब बीजेपी से मिलने का आरोप बेबुनियाद और झूठा है.”