

इधर गंगानगर में एक जगह रखे चारे में आग लग गई। जबकि जैसलमेर में एक जगह कार्यक्रम के लिए लगाया टेंट-पंडाल उड़ गया। मौसम केन्द्र जयपुर ने आज और कल भी राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में बारिश-आंधी की संभावना जताई है। इसके लिए 13 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
अंधड़ के कारण जगह-जगह उड़ी मिट्टी, पेड़ उखड़े
जैसलमेर में कल देर शाम चले तेज अंधड़ से जगह-जगह मिट्टी उड़ने लगी। जैसलमेर में एक जगह आंधी के कारण समारोह में लगाए गए टेंट उड़ गए। करीब 50 किलोमीटर की स्पीड से चले अंधड़ के कारण इतनी मिट्टी उड़ी की 200 मीटर दूर भी कुछ नजर नहीं आया। वहीं कई जगहों पर पेड़ टूट गए और कच्चे मकान के टीनशेड उड़ गए।
गंगानगर के पदमपुर में खेत में रखे चारे के ढेर में देर रात आग लग गई। ये आग आंधी के कारण ज्यादा बढ़ गई, जिसे दमकल की मदद से बुझाना पड़ा।
इधर गंगानगर, बीकानेर के बॉर्डर एरिया में भी कल देर शाम जबरदस्त आंधी चली। गंगानगर के पदमपुर में सरसों की कटाई के बाद निकले चारे के ढेर में आ लग गई। हवा तेज चलने के कारण आग तेजी से फैलने लगी, जिसके बाद उसे दमकल की मदद से बुझाया गया।
उत्तर भारत में एक्टिव हुए वेर्स्टन डिर्स्टबेंस और पंजाब, पाकिस्तान की सीमा पर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर कल देर शाम राजस्थान में देखने को मिला। राज्य में कल देर शाम आंधी चली। कई जगह तूफानी आया। बीकानेर, हनुमानगढ़, गंगानगर, जैसलमेर एरिया में करीब 50 किलोमीटर की स्पीड से चली आंधी कारण आसमान मिट्टी से गुबार से ढक गया।इन बारिश और ओले ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। जैसलमेर की मंडियों में रखी इसबगोल समेत अन्य फसलें बर्बाद हो गई। वहीं बीकानेर समेत आस-पास के इलाकों में आंधी ने जमकर तबाही मचाई। अब मौसम विभाग के एक्सपर्ट के अनुसार गर्मी अपना रिकॉर्ड तोड़ेगी।
इन दो दिनों में पश्चिमी राजस्थान के जिन हिस्सों में आंधी के साथ ओले और बारिश हुई है वहां दो दिन बाद गर्मी अपना असर दिखाना शुरू कर देगी। यहां अचानक से 2 से तीन डिग्री तापमान पहुंचेगा। पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर और जोधपुर में तापमान 40 डिग्री को भी छू सकता है।
मंडी में लाखों रुपए का इसबगोल खराब
जैसलमेर में कल आए अंधड़ और ओलो की बारिश ने जमकर तबाही मचाई। यहां की मोहनगढ़ मंडी में पड़ा इसबगोल खराब हो गया है। किसानों का कहना है कि खेतों से मंडी में बेचने के लिए लाए थे कि अचानक से आई बारिश ने सबकुछ तबाह कर दिया।
किसानों का दावा है कि मंडी में रखा 50 लाख से ज्यादा का इसबगोल खराब हो गया। इधर, व्यापारियों ने भी खरीददारी से मना कर दिया है। उनका कहना है कि बारिश की वजह से क्वालिटी खराब हो चुकी है। जगहों पर एक से लेकर 19MM तक बरसात हुई। सबसे ज्यादा बरसात 19MM बरसात सूरतगढ़ में हुई। इधर हनुमानगढ़ में 9, पीलीबंगा में 9, संगरिया में 3 और पल्लू में 2MM बारिश हुई। बीकानेर के खाजूवाला, नोखा में 4-4, छतरगढ़-पूंगल में 3-3 जबकि चूरू के सरदार शहर में 3MM बरसात हुई।
इन जिलों के लिए जारी किया येलो अलर्ट
मौसम केन्द्र जयपुर ने आज अजमेर, अलवर, दौसा, जयपुर, झुंझुनूं, सीकर, टोंक के अलावा पश्चिमी राजस्थान बीकानेर, चूरू हनुमानगढ़, गंगानगर, जोधपुर, नागौर में दोपहर बाद बादल छाने, कहीं-कहीं तेज आंधी चलने और हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने की संभावना जताई है। इसी तरह 20 अप्रैल को इस सिस्टम का असर पूर्वी राजस्थान के अलवर, भरतपुर, दौसा, धौलपुर, झुंझुनूं और सीकर जिले में देखने को मिलेगा।
इसलिए बदलेगा मौसम
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक उत्तर भारत के जम्मू-कश्मीर, गिलगिट एरिया में दो बैक-टू-बैक वेस्टर्न डिस्टरबेंस आए हैं। दूसरा सिस्टम आज शाम से एक्टिव होगा। इसकी तीव्रता पहले के मुकाबले थोड़ी ज्यादा है। इसके अलावा पंजाब की सीमा के पास पाकिस्तान क्षेत्र एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन रहा है। इस सर्कुलेशन के कारण एक ट्रफ लाइन पंजाब, हरियाणा, राजस्थान होते हुए मध्य प्रदेश से बनेगी। इस कारण से अगले तीन दिन राजस्थान के अलावा मध्य प्रदेश में भी गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।
प्रदेश के प्रमुख शहरों का तापमान
शहरअधिकतमअजमेर39.3भीलवाड़ा40.4अलवर39.5जयपुर40पिलानी41.4सीकर38.5कोटा42.8चित्तौड़गढ़40.4उदयपुर38.6बाड़मेर41.2जैसलमेर40जोधपुर39.4फलौदी42.2बीकानेर40.4चूरू41.4गंगानगर40.6धौलपुर42डूंगरपुर40.5हनुमानगढ़38जालौर40बांसवाड़ा42.7