राज्य सरकार के निर्देशानुसार पौधारोपण महाअभियान की क्रियान्विति करें सुनिश्चित
-बैठक में जिला कलक्टर ने की पंचायती राज विभाग के कार्यों की समीक्षाए मनरेगा में कम प्रगति पर घड़साना पंचायत समिति के विकास अधिकारी को नोटिस देने के निर्देश
श्रीगंगानगर, 26 जुलाई। जिला कलक्टर श्री लोकबंधु ने शुक्रवार को वीसी के माध्यम से आयोजित बैठक में पंचायती राज विभाग से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने जिले की समस्त पंचायत समिति के विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि अगस्त के पहले सप्ताह में वृहद स्तर पर आयोजित होने वाले पौधारोपण महाअभियान की क्रियान्विति राज्य सरकार के निर्देशानुसार सुनिश्चित करें।
बैठक में पौधारोपण से संबंधित तैयारियों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि अभियान से आमजन को जोड़ा जाये और उन्हें अधिकाधिक पौधारोपण के लिये प्रेरित करने के साथ-साथ उनकी सार-संभाल की जिम्मेदारी भी दी जाये। पंचायत वार पौधारोपण करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि जनसहयोग से शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण करवाया जाये। मनरेगा कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि कार्य स्वीकृत होने के पश्चात जल्द समस्त कार्य पूर्ण करवाये जाये। समस्या आने पर अधीनस्थ अधिकारी अपने उच्चाधिकारियों को बतायें ताकि उनका समाधान किया जा सके। उन्होंने नियमित रूप से कार्यों का निस्तारण करने का निर्देश देते हुए कहा कि लम्बित प्रकरणों का भी निस्तारण किया जाये।
मनरेगा कार्यों की कम प्रगति पर घड़साना पंचायत समिति के विकास अधिकारी को नोटिस जारी करने के निर्देश देते हुए जिला कलक्टर ने श्रीगंगानगर और सूरतगढ़ पंचायत समिति के विकास अधिकारियों को भी कार्य प्रगति में अपेक्षित सुधार लाने के लिए कहा। उन्होंने चेताया कि अगर दोनों पंचायत समितियों के कार्य में प्रगति संतोषजनक नहीं होती है तो संबंधित पंचायत समिति के विकास अधिकारियों के खिलाफ नियम अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। एमपी और एमएलए कोटे के तहत करवाए जाने वाले कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि बजट घोषणा के कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करवाया जाए। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
इस अवसर पर जिला परिषद सीईओ श्री मृदुल सिंह, सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक श्री विक्रम सिंह, जिला परिषद एक्सईन श्री रमेश मदान सहित अन्य मौजूद रहे जबकि समस्त पंचायत समिति के विकास अधिकारी वीसी के माध्यम जुड़े रहे।