भारत में दो दिन होगा होलिका दहन
प्रदोष व्यापिनी फाल्गुन पूर्णिमा में होलिका दहन किया जाता है। इस वर्ष पूर्णिमा तिथि 6 मार्च को सायं 4-17 से
प्रारंभ होकर 7 मार्च सायं 6-09 तक रहेगी। अतः भारत में जहाँ सूर्यास्त 6-09 बाद होगा वहाँ होगा वहाँ होलिका दहन
6 मार्च को होगा तथा भारत में जहाँ सूर्यास्त 6-09 से पूर्व होगा वहाँ होलिका दहन 7 मार्च को होगा।
भारत सरकार का राष्ट्रीय पंचांग उज्जैन अक्षांश 23.11 तथा रेखांश 82.30 पर निर्मित होता है। इसी आधार पर
भारत सरकार द्वारा व्रत, पर्वों का निर्णय किया जाता है। 7 मार्च को उक्त अक्षांश रेखांश पर सूर्यास्त 6-06 पर होगा।
जबकि पूर्णिमा तिथि सायं 6-09 तक प्रदोषकाल में व्याप्त होने के कारण भारत सरकार ने 7 मार्च को होलिका दहन
तथा 8 मार्च को धूलण्डी का अवकाश घोषित किया है।
राजस्थान में 7 मार्च को सूर्यास्त पूर्व ही पूर्णिमा समाप्त हो जायेगी। जिससे प्रदोषकाल में पूर्णिमा का अभाव रहेगा
जबकि 6 मार्च को पूर्णिमा सम्पूर्ण प्रदोषकाल में व्याप्त रहेगी अतः राजस्थान में 6 मार्च को होलिका दहन तथा 7 मार्च
को धूलैण्डी मनाई जायेगी। राजस्थान सरकार ने भी 6 मार्च को होलिका दहन व 7 मार्च को धूलैण्डी का अवकाश
घोषित किया है।
6 मार्च को होलिका दहन वाले स्थान
राजस्थान, दिल्ली, हरियाणाय, पंजाब, गुजरात, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र,
उत्तर-पश्चिमी
मध्यप्रदेश, आन्ध्रप्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल सहित वह स्थान जहाँ 7 मार्च को सूर्यास्त 6-09 के बाद होगा।
7 मार्च को होलिका दहन वाले स्थान
पूर्वी उत्तरप्रदेश, पूर्वी मध्यप्रदेश, उत्तर-पूर्वी छत्तीसगढ़, झारखण्ड, बिहार, उड़ीसा, असम सहित सभी पूर्वी प्रदेश
| जहाँ 7 मार्च को सूर्यास्त 6-09 से पूर्व होगा।