2 थानों का पुलिस जाब्ता रहा तैनात वहीं प्रशासन ठप करने की इस घोषणा के मद्देनजर पुलिस प्रशासन पहले से ही चौकस रहा और उपखंड कार्यालय के इर्द-गिर्द सूरतगढ़ सिटी और सदर पुलिस थाना का जाब्ता एसएचओ कृष्ण कुमार और सुभाष बराला के नेतृत्व में मुस्तैद रहा।
कांग्रेसी नेता बलराम वर्मा बैठे आमरण अनशन पर
दूसरी ओर जिला बनाने की मांग को लेकर महाराणा प्रताप चौक पर चल रहे धरनास्थल पर अनशन कर रही पूजा भारती छाबड़ा को पहले जबरन अस्पताल में भर्ती करवाने और उसके बाद अनशनकारी विष्णु तरड़ तथा उमेश मुद्गल को भी पुलिस प्रशासन द्वारा अस्पताल में भर्ती करवाए जाने के बाद वरिष्ठ कांग्रेसी नेता बलराम वर्मा ने भी इस कड़ी में अपना आमरण अनशन शुरू किया। समिति पदाधिकारियों व्यापारियों और राजनीतिक हस्तियों ने उन्हें माला पहनाते हुए आमरण अनशन पर बैठाया। वर्मा ने कहा कि राज्य की गहलोत सरकार इलाके की दशकों पुरानी मांग माने और सूरतगढ़ को जल्द जिला घोषित करे।
सूरतगढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन की कड़ी में शुक्रवार को उपखंड कार्यालय का घेराव कर प्रशासन ठप करने का कार्य किया गया। इससे पूर्व महाराणा प्रताप चौक के धरनास्थल पर राजनीतिक धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी जुटे, जिन्होंने जिला बनाने की मांग दोहराते हुए नारेबाजी की।
यहां से जुलूस के रूप में मुख्य बाजार से होते हुए नागरिक उपखंड कार्यालय पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने जब उपखंड कार्यालय में घुसना चाहा तो मौके पर मौजूद पुलिस बल ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान कई देर तक धक्का-मुक्की का भी माहौल बना रहा। आखिरकार प्रदर्शनकारी उपखंड कार्यालय के आगे ही नारेबाजी करने लगे। इसके बाद कार्यालय परिसर के गेट के बाहर ही धरना देते हुए सभा की गई। यहां विधायक रामप्रताप कासनिया समेत पूर्व विधायक अशोक नागपाल, राजेंद्र भादू, पालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा, किसान नेता राकेश बिश्नोई, आम आदमी पार्टी के ओम राजपुरोहित, जिला बनाओ अभियान समिति के अध्यक्ष एडवोकेट विष्णु शर्मा, व्यापारी अंकुश गाबा समेत अनेक वक्ताओं ने संबोधित करते हुए राज्य सरकार से सूरतगढ़ को जिला घोषित करने की मांग की।