भारत और वेस्टइंडीज के बीच में खेली जा रही 3 मैचों की वनडे सीरीज के दूसरे मुकाबले में टीम इंडिया को 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. यह पिछले 10 वनडे मैचों में विंडीज टीम की भारत के खिलाफ पहली जीत भी है. इस मुकाबले से मेजबान टीम को सीरीज में 1-1 की बराबरी करने का मौका मिल गया. मैच में भारतीय टीम की हार का सबसे बड़ा कारण टीम चयन को माना जा रहा है, जिसमें कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली की गैरमौजूदगी देखने को मिली.
वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को आराम दिए जाने का फैसला लिया गया. ताकि वर्ल्ड कप से पहले कुछ और खिलाड़ियों को आजमाने का मौका मिल सके. भारतीय टीम का यह फैसला उस समय पूरी तरह से गलत साबित हुआ जब पूरी टीम सिर्फ 181 रन बनाकर इस मुकाबले में सिमट गई. इशान किशन और शुभमन गिल की ओपनिंग जोड़ी ने टीम को अच्छी शुरुआत देते हुए पहले विकेट के लिए 90 रनों की साझेदारी की थी.
पहला विकेट गिरने के साथ टीम इंडिया ने तेजी के साथ विकेट गंवाना शुरू कर दिए. यहां से टीम की बल्लेबाजी में अनुभव की साफतौर पर कमी देखने को मिली. कोहली और रोहित के मौजूद होने से यह स्थिति शायद ना दिखती. विराट और रोहित के मौजूद होने से टीम के बल्लेबाजी क्रम को जरूर लाभ होता. दोनों ही खिलाड़ियों का वेस्टइंडीज के खिलाफ लिमिटेड ओवर्स में अब तक बल्ले से काफी शानदार रिकॉर्ड भी देखने को मिलता है.
मध्यक्रम में साफतौर पर महसूस हुई कोहली की कमी
वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में जब भारतीय टीम 115 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी, तो उस समय भी टीम ने 5 विकेट गंवा दिए थे. जिसमें कोहली को बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला था. ऐसे में दूसरे वनडे में सभी को उम्मीद थी कि वह नंबर-3 पर खेलते हुए नजर आयेंगे, लेकिन उन्हें प्लेइंग 11 में ही शामिल नहीं किया गया. दूसरे वनडे में अच्छी शुरुआत का लाभ मध्यक्रम बिल्कुल भी नहीं उठा सका. ऐसे में कोहली की कमी साफतौर पर महसूस हुई जो ऐसी परिस्थितियों में विकेट गिरने पर एक छोर को संभालकर टीम को संकट से बाहर निकालने में अहम भूमिका अदा करते हैं.