17 मार्च 2023, श्रीगंगानगर पश्चिम विक्षोभ के एकाएक सक्रिय होने से कल रात्रि 10:30 बजे के करीब एकदम से मौसम बिगड़ गया। तेज हवाएं चलने लगी, इन हवाओं के साथ धूल भरी मिट्टी भी उड़ने लगी। फिर एकाएक से बूंदाबांदी भी शुरू हो गई।
अंधड़ इतना तेज था कि छतों के ऊपर रखे हुए हल्के सामान, फ्लेक्स-होर्डिंगस इधर-उधर उड़ने लगे। जयपुर के माैसम वैज्ञानिकाें ने बताया कि राज्य के ऊपर एक प्रेरित परिसंचरण तंत्र बना हुआ है। हवाओं के साथ अरब सागर के साथ-साथ बंगाल की खाड़ी से भी नमी की आ रही है। एक सप्ताह तक इसका प्रभाव बना रहेगा।
ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी सरसों की फसल जमीनी सतह पर बिछ गई। कृषि विभाग की टीम शुक्रवार को मौके पर जाकर ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों का जायजा लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया जाएगा।
आगे क्या-हवाएं चलने के साथ ही बारिश व ओलावृष्टि की संभावना
विज्ञान केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राज्य में आगामी एक सप्ताह के दौरान मेघगर्जन के साथ कुछ भागों में हल्की से मध्यम बारिश हाेने, अचानक 30 से 40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने, कहीं-कहीं ओलावृष्टि की प्रबल संभावना है। माैसम में आए बदलाव से किसान सतर्क रहें तथा फसलाें काे बारिश से बचाव के लिए उपाय करें। देर रात तेज हवाएं चली।
फसलों की कटाई करें, सुरक्षित जगह भंडारण कर लें, खुले में न रखें
खेताें में पक कर तैयार सरसों की कटाई कर सुरक्षित स्थान पर भंडारण करें। कृषि उपज मंडियों में खुले में रखे हुए अनाज व जिंसो का सुरक्षित स्थान पर भंडारण करें ताकि नुकसान से बचा जा सके। रबी की फसलों में सिंचाई तथा किसी भी प्रकार का रासायनिक छिड़काव बारिश के माैसम को ध्यान में रखते हुए ही करें।
अचानक तेज हवाओं से सोलर पैनल को नुकसान से बचाने के लिए सतर्कता बरतें। माैसम विभाग के अनुसार गुरुवार काे अधिकतम तापमान 35.4 व न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह हवा में नमी 68 व शाम काे 35 प्रतिशत दर्ज की गई