नव शैक्षणिक सत्र शुरू होते ही अभिभावक स्वयं को असहाय महसूस करने लगते हैं। जब निजी विद्यालय के संचालकों द्वारा उन्हें सारणी पत्र को पकड़ाने शुरू कर दिए जाते हैं।
अभिभावक संघ श्रीगंगानगर के जिलाध्यक्ष बॉबी पहलवान ने शिक्षा मंत्री को अभिभावकों की समस्याओं से अवगत करवाया। श्रीगंगानगर में बड़े निजी विद्यालय मनमाने तरीके से विद्यालय फीस में बढ़ोतरी करते हैं लोगों से प्रवेश शुल्क, खेल शुल्क, स्टेशनरी शुल्क, परीक्षा शुल्क ,गतिविधि शुल्क के नाम पर भारी-भरकम राशि ली जाती है यहां तक कि कई विद्यालय उपरोक्त राशि की रसीद भी नहीं देते। शिक्षा के अधिकार अधिनियम की भी खुल्लम खुल्ला अवहेलना की जाती है
शिक्षा के अधिकार अधिनियम में प्रवेश लेने वाले बच्चों से भी किसी ना किसी बहाने राशि ली जाती है। इसके अलावा अभिभावकों व विद्यार्थियों को विद्यालयों द्वारा निर्धारित दुकान से ही यूनिफॉर्म व पुस्तके खरीदने के लिए बाध्य किया जाता है। अभिभावक संघ ने शिक्षा मंत्री के समक्ष मांग रखी की जो विद्यार्थी वर्तमान सत्र में प्रवेश से वंचित रह गए हैं उन्हें शिक्षा के अधिकार अधिनियम में निजी विद्यालयों में प्रवेश दिलाया जाए ।शिक्षा मंत्री ने उपरोक्त समस्याओं को उचित स्तर पर समाधान का आश्वासन दिया।
संवाददता : हेम सिंह भाटी
पोलिटिकल क्रिएशन हाउस