बीकानेर की पूर्व राजमाता सुशीला कुमारी का 95 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। राजमाता सुशीला कुमारी काफी समय से सामान्य रूप से अस्वस्थ चल रही थी। यह बीकानेर के पूर्व महाराजा डॉ. करणी सिंह की पत्नी थी। डूंगरपुर राज परिवार की राजकुमारी थी। पूर्व विधानसभा की विधायक सिद्धि कुमारी राजमाता सुशीला कुमारी की पौत्री है। राजमाता का अंतिम संस्कार रविवार को होगा। इनकी पार्थिव देह जूनागढ़ में अंतिम दर्शन के लिए रखी जाएगी। राजमाता के निधन पर शहर के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने शोक सवेदनाएं व्यक्त की।
1950 में बनी महारानी
देश की आजादी के बाद भी राजतंत्र की परंपराओं का निर्वाह होता रहा था। ऐसे में वर्ष 1950 में महाराजा सार्दुल सिंह के पुत्र राजकुमार करणी सिंह का राज्याभिषेक किया गया था। उसी समय सुशीला कुमारी को महारानी का सम्मान मिला। वर्ष 1971 में जब पीवी पर्स जैसी व्यवस्था समाप्त हो गई तब तक वो महारानी रही। महाराजा करणी सिंह के निधन के बाद उन्हें राजमाता के रूप में स्वीकार किया गया।
शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने जताई संवेदना, कहा-‘बीकानेर को अपूरणीय क्षति, वे एक आध्यात्मिक और समाज सेवा के लिए तत्पर रहने वाली महिला थी।