राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ट्विटर पर लिखा, ‘यह बताना बहुत दुखद है कि अकोला जिले के पारस में एक मंदिर में धार्मिक समारोह चल रहा था। तभी एक पेड़ के गिरने से टीन शेड कुछ श्रद्धालुओं पर गिर गई और कुछ श्रद्धालुओं की मौत हो गई।’
महाराष्ट्र के अकोला रविवार शाम करीब 7 बजे जोरदार बारिश होने लगी और तेज हवा चलने लगी। इसकी वजह से एक नीम का पेड़ उखड़कर उस टीन शेड पर गिर पड़ा ,जिसके नीचे सभी श्रद्धालु इकट्ठा हुए थे। इनमें से 4 की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 36 को अस्पताल में भर्ती कराया गया। घायलों में से 3 लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
महाराष्ट्र के अकोला में रविवार को टीन शेड पर पेड़ गिर जाने से 7 लोगों मौत हो गई, जबकि 30 लोग घायल हो गए। हादसा अकोला के पारस गांव में हुआ। यहां करीब 40 लोग बाबूजी महाराज संस्थान में धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और बचाव-राहत टीम मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की सहायता से रेस्क्यू का काम शुरू हुआ, जो सुबह 3 बजे तक जारी रहा। लोगों ने आरी से पेड़ को काटकर उसे हटाया और मलबे को साफ करने के लिए JCB की मदद ली।
हादसे के बाद पेड़ को काटकर मलबा हटाया गया।
बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे जुटे थे लोग
पुलिस के मुताबिक पारस अकोला जिले के बालापुर तालुका का एक गांव है। यहां पर बाबूजी महाराज संस्थान के मंदिर में रविवार होने के कारण शाम को आरती और दर्शन के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी थी। संस्थान क्षेत्र में शाम करीब साढ़े सात बजे आरती शुरू हुई।
इस मंदिर के बाहर एक बड़ा टीन शेड है। जिले में बेमौसम बारिश हुई, जिसकी वजह से रास्ते से गुजरने वाले लोग और श्रद्धालु बारिश से बचने के लिए टीन शेड के नीचे आकर खड़े हो गए। हादसे के दौरान टीन शेड के नीचे 40 से 50 लोग मौजूद थे।
पारस में देर रात चले रेस्क्यू ऑपरेशन की तस्वीर।
मलबे को हटाने के लिए JCB मशीन की भी मदद ली गई।
फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्य सरकार और मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता देने का फैसला किया है।