
विधानसभा चुनाव होने कि संभावना दिवाली से पूर्व
आचार संहिता लागू होने के बाद चुनाव कराने की प्रक्रिया में न्यूनतम 48 दिन का समय लगता है। किसी भी चुनाव की पूरी प्रक्रिया कराने के लिए आयोग को छह महीने का वक्त लगता है। इस बार मई-जून में ही ये प्रक्रिया शुरू हो गई थी। मतलब ये है कि वोटर लिस्ट, मतदान केंद्र, पुलिस फोर्स, प्रशासनिक अफसरों की तैनाती को पुख्ता किया जाता है। इसके बाद ही आयोग चुनाव की तारीखों का एलान करता है। यदि सितंबर के अंत में तैयारियां पूरी हो जाती हैं, तो आयोग 4 से 10 अक्तूबर के बीच चुनाव कार्यक्रम जारी कर सकता है। ऐसे में दीपावली के पहले यानी 7 से 9 नवंबर के बीच मतदान हो सकता है। इस बार दीपावली 12 नवंबर को है। चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट के प्रकाशन की अंतिम तारीख 4 अक्तूबर तय कर दी है। इसके बाद कभी भी चुनाव की तारीखों का एलान हो सकता है।
साल |
आचार संहिता लागू |
वोटिंग |
दीपावली |
2018 |
6 अक्तूबर |
28 नवंबर |
7 नवंबर |
2013 |
4 अक्तूबर |
25 नवंबर |
3 अक्तूबर |
2008 |
14 अक्तूबर |
27 नवंबर |
28 अक्तूबर |
2003 |
12 अक्तूबर |
27 नवंबर |
25 अक्तूबर |