दीपोत्सव एवं श्रीगंगानगर स्थापना दिवस में बिखरे लोक संस्कृति के रंग
-कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मन मोहा
श्रीगंगानगर, 26 अक्टूबर। ढोलक की थाप और खड़ताल की स्वर लहरियों के बीच राजस्थान की लोक संस्कृति के बिखरते रंग। मौका था बुधवार शाम को इंदिरा वाटिका में पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन श्रीगंगानगर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दीपोत्सव एवं श्रीगंगानगर स्थापना दिवस कार्यक्रम का। लोक कलाकारों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देकर उपस्थितजनों का मन मोह लिया।
इससे पूर्व गंगानगर विधायक श्री राजकुमार गौड़, एडीएम प्रशासन डॉ. हरीतिमाए नगर विकास न्यास सचिव श्री मुकेश बारेठ ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। विधायक श्री गौड़ ने उपस्थितजनों को दीपोत्सव, भैया दूज, गोवर्धन पूजा और श्रीगंगानगर स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महाराजा श्री गंगासिंह जी की दूरदृष्टि और विकासवादी सोच के चलते ही आज का दिन गंगानगर ही नहीं, राजस्थान के लिए महत्वपूर्ण है। गंगनहर और गंगानगर उनकी ही देन है, जिसके लिए सदियां उन्हें याद करती रहेंगी।
उन्होंने कहा कि 1927 में बिना संसाधनों के नहर बनाना और नहर के माध्यम से पानी लाना बहुत मुश्किल कार्य था। तब मशीनें भी नहीं थीं। तमाम मुश्किलों के बावजूद महाराजा गंगा सिंह इलाके में गंगनहर लेकर आये और आज उसी की बदौलत यहां अन्न के भंडार हैं और खुशहाली है। उन्होंने कहा कि आज गंगानगर के विकास और समाज के अंतिम व्यक्ति के हित के लिए सदैव कार्यरत रहने का संकल्प लेने का दिन है। राजस्थान सरकार और मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा इसी सोच के साथ जन कल्याणकारी कार्य किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम में जैसलमेर से आए कलाकार श्री असगर खान ने स्वागत गायन प्रस्तुत किया। लोक गीत पेश करने के पश्चात राजस्थानी लोक गीत केसरिया बालम आओ नी पधारो म्हारे देश से उन्होंने समा बांध दिया। इसके पश्चात श्रीगंगानगर के अनीमा डांस ग्रुप ने राम जी की स्तुतिए बीकानेर के ऋषि सुथार ने भवई नृत्य, गंगानगर की कुलदीप एंड पार्टी ने गिद्दा भंगड़ा, बीकानेर के श्री सरादिन खान ने कालबेलिया नृत्य और गंगानगर की अवनी अरोड़ा ने राजस्थानी लोक नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर एडीएम श्री उम्मेद सिंह रतनू, तहसीलदार श्री तनवीर संधू, श्री नंदलाल बाजिया, श्री अमन जुनेजा, श्री नरेंद्र शर्मा, श्री प्रेम चुघ, डॉ. बृजमोहन सहारण, श्री विनोद सेठी सहित अन्य मौजूद रहे। मंच संचालन बीकानेर से आए हसन खान ने किया।