
देश के विभिन्न हिस्सों से छात्र राजस्थान के कोटा में हायर एजुकेशन के लिए आते हैं. साथ ही यहां आए दिन स्टूडेंट्स के आत्महत्या के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में राजस्थान सरकार अब इस पर रोक लगाने के लिए जरूरी कदम उठाने की तैयारी में हैं. इस लेकर सीएम अशोक गहलोत काफी सख्त नजर आए.
कोटा में छात्रों के आत्महत्या मामले को देखते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कड़े कदम उठाने के संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा कि कोटा में लगभग 18 से 20 छात्रों ने आत्महत्या की है और इसलिए छात्रों की समस्याओं को समझना महत्वपूर्ण है. कोचिंग प्रबंधन प्रमुखों को बैठक के लिए बुलाया गया है और इस पर रोक लगाने के लिए क्या करने की जरूरत है, इस पर चर्चा की जाएगी.
सुसाइड को रोकने के लिए प्रशासन हुआ सख्त
कोटा में लगातार हो रहे सुसाइड को रोकने के लिए प्रशासन सख्त होता दिख रहा है. बच्चे पंखे से फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड करते हैं. ऐसे में सभी हॉस्टल, पीजी और जहां भी बच्चे कोचिंग के लिए बाहर से आकर रह रहे हैं, वहां सभी जगह पंखों के लिए स्प्रिंग डिवाइस लगाने की तैयारी चल रही है ताकी सुसाइड को रोका जा सके.
जिला कलक्टर ने एक आदेश जारी कर सभी को पाबंद किया है कि वह जल्द पंखों के लिए स्प्रिंग डिवाईस लगवा लें नहीं तो सख्त कार्रवाई की जाएगा. यह डिवाइस न लगवाने पर हॉस्टल को सीज भी किया जा सकता है.
