कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लगातार जातीय जनगणना के मुद्दे के सहारे केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं. इस बीच राहुल गांधी ने चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ के दौरे पर एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि जैसे ही हमारी सरकार आएगी, हम जातीय जनगणना कराएंगे.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी ने जाति जनगणना की थी. उसमें भारत में किस जाति के कितने लोग हैं, ये डेटा उसमें है. नरेंद्र मोदी ये डेटा जनता को नहीं दिखाना चाहते. मैंने संसद में जाति जनगणना की बात की तो कैमरा घुमा दिया.’
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा,’भारत सरकार को सांसद नहीं चलाते हैं. इसे कैबिनेट सेकेट्री और विभाग के सेकेट्री चलाते हैं. इन विभागों के 90 सेकेट्री हर योजना पर फैसला लेते हैं.नरेंद्र मोदी सरकार के इन 90 लोगों में पिछड़े वर्ग से केवल 3 लोग हैं.’
जाति जनगणना भारत का एक्सरे हैं-राहुल
राहुल गांधी ने कहा, ‘जिस तरह मरीज को चोट लगने पर डॉक्टर एक्सरे कराता है, उसी तरह जाति जनगणना भारत का एक्सरे हैं. इससे पता चल जाएगा कि देश में ओबीसी, दलित, आदिवासी, महिलाएं और सामान्य जाति के कितने लोग हैं. उन्होंने कहा कि एक बार ये डेटा सबके सामने होगा तो देश सब लोगों को भागीदारी देकर आगे चल पाएगा.’ उन्होंने कहा, ‘मैंने संसद में पीएम मोदी से पूछा कि आप जाति जनगणना से डरते क्यों हो? उनके मंत्री कहते हैं कि हमारे ओबीसी के विधायक और सांसद हैं. उन्हीं सांसदों से जब बात करो तो वो कहते हैं कि हमसे कोई कुछ नहीं पूछता है, हम बोल नहीं सकते. हमें मूर्ति की तरह यहां रखा हुआ है.’
