राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कल कहा कि मैं राजस्थान की सेवा करुंगी और कहीं नहीं जाने वाली हूं. वसुंधरा राजे ने कहा कि जाति केवल दो हैं, एक पुरुष और एक महिला जाति है. जो हमारी खुद की जाति हैं, इस जाति की अगर गिनती करें तो पूरे राजस्थान की आधी शक्ति हमारी महिलाएं हैं. इसलिए महिला शक्ति के अटूट बंधन और प्यार के चलते मैं राजस्थान को छोड़कर कहीं नहीं जाने वाली. यही रहूंगी और आप की सेवा करूंगी.
‘भगवान के घर देर है अंधेर नहीं है’- वसुंधरा राजे
उस दौरान राजे के सरकारी आवास पर बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थीं. राजे ने एक प्रसंग सुनाते हुए कहा कि भगवान के घर देर है लेकिन अंधेर नहीं है. यह बात आप सभी को याद रखनी होगी. इन बातों के बात से कई सियासी संकेत निकाले जा रहे हैं. वसुंधरा राजे ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम के लिए पीएम नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने महिला आरक्षण बिल के माध्यम से यह स्पष्ट किया है कि मातृशक्ति की भागीदारी के बिना किसी भी राष्ट्र के नव निर्माण की कल्पना अधूरी है.
महिला विरोधी कांग्रेस को बहा कर ले जाएगी नारी शक्ति -वसुंधरा राजे
इस दौरान राजे ने महिलाओं से रक्षा सूत्र भी बंधवाया है. उन्होंने कहा कि यहां मौजूद महिलाओं का जोश देख कर यह तय है कि नारी शक्ति का यह प्रवाह राजस्थान की महिला विरोधी कांग्रेस सरकार को बहा कर ले जाएगा. रक्षा सूत्र यूं तो कच्चा धागा है, पर मजबूत और अटूट है. मेरे लिए सुरक्षा कवच है. इसमें राजस्थान की संपूर्ण महिलाओं की शक्ति है जो मुझे हर मुश्किल को पार करने का हौसला देगा. प्रदेशवासियों की सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा.
कृष्ण की प्रेरणा से आपकी सेवा करूंगी
राजे ने इस दौरान भगवान कृष्ण और द्रोपदी का एक प्रसंग सुनाया. महाभारत में कृष्ण की अंगुली कट गई तो द्रौपदी ने साड़ी फाड़ कर कृष्ण की उंगली पर बांधी थी. कृष्ण ने भी कौरवों से उनकी रक्षा की थी. मैं भी कृष्ण की प्रेरणा से आपकी सेवा करूंगी और हर राजस्थानी के हक के लिए लड़ती रहूंगी. पूर्व सीएम ने कहा कि यह धागा उसे ही बांधे जो इस धागे का धर्म निभाये, जैसे भगवान कृष्ण. उन्होंने कहा कि समाज रूपी बगीचा तब ही खूबसूरत दिखेगा जब उसमें सभी किस्मों के फूल समान भाव से खिलेंगे. अब मिलकर एक ऐसा राजस्थान बनाएं,जहां हमारी बेटियां बेखौफ अपना बचपन जी सकें.