फ्रांस में पेरिस ओलंपिक से पहले वहां के हाई स्पीड रेल नेटवर्क पर हमले की खबर है. घटना में करीब 8 लाख लोगों के प्रभावित होने की खबर है. कई जगहों पर रेलवे ट्रैकों पर आगजनी की गई है, जिसके बाद एहतियातन पेरिस से आने-जाने वाली कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जबकि कई ट्रेनों के लेट से चलने की भी खबर है. वहीं, कई ट्रेनों को रूट भी डायवर्ट कर दिया गया है
फ्रांस की सरकारी रेलवे कंपनी SNCF ने घटना को लेकर अपडेट जारी किया है और पैसेंजर्स से सावधानी बरतने की सलाह दी है. कंपनी की ओर से बताया गया कि करीब 8 लाख यात्री हमले से प्रभावित हुए हैं. फिलहाल, रेलवे नेटवर्क को दुरुस्त करने का काम जारी है. SNCF ने एक बयान में कहा कि कल रात, अटलांटिक, उत्तरी और पूर्वी हाई-स्पीड लाइनों पर कई ट्रेनों को हमले का शिकार बनाया गया. कंपनी को नुकसान पहुंचाने के लिए जानबूझकर आग लगाई गई है.
घटना को लेकर अधिकारियों ने की निंदा
घटना से पड़ोसी देश बेल्जियम और इंग्लिश चैनल के माध्यम से लंदन जाने वाली ट्रेनें भी प्रभावित हुईं हैं. सरकारी अधिकारियों ने पेरिस ओलंपिक के उद्घाटन समारोह से कुछ घंटे पहले हुई इन घटनाओं की निंदा की. हालांकि घटना का पेरिस ओलंपिक से किसी तरह के संबंध होने की कोई जानकारी नहीं मिली है.
राष्ट्रीय पुलिस ने कहा कि अधिकारी घटना की जांच कर रहे हैं. फ्रांसीसी मीडिया ने व्यस्त पश्चिमी मार्ग पर भीषण आग लगने की खबर दी है. परिवहन मंत्री पैट्रिस वेरग्रीटे ने इन कृत्यों को आपराधिक बताया. पेरिस पुलिस प्रमुख ने कहा कि वे राजधानी के मुख्य स्टेशनों पर सुरक्षा को और भी बढ़ा रहे हैं.
खेल मंत्री ने की घटना की निंदा
फ्रांस की राजधानी पेरिस में ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है. फ्रांस इस आयोजन को सुरक्षित करने के लिए अभूतपूर्व शांतिकालीन सुरक्षा अभियान चला रहा है, जिसमें 45,000 से अधिक पुलिस, 10,000 सैनिक और 2,000 निजी सुरक्षा एजेंट तैनात किए गए हैं. छतों पर स्नाइपर्स और हवा से ड्रोन निगरानी रख रहे हैं. ट्रेनों पर हमले की खबर के बाद खेल मंत्री एमिली ओडेया-कास्टेरा ने बर्बरता की निंदा की.
ओलिंपिक भारी सुरक्षा के बीच हुए हमले
ये हमले ऐसे समय में हुए जब पेरिस में ओलंपिक के उद्घाटन समारोह से पहले कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है. उद्घाटन समारोह में 3 लाख दर्शकों और वीआईपी लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. आज शाम को होने वाले उद्घाटन समारोह में 7500 प्रतिभागी 85 नावों के बेड़े पर सवार होकर सीन नदी के छह किलोमीटर (चार मील) हिस्से की यात्रा करेंगे.
ये पहली बार होगा जब ओलंपिक मुख्य एथलेटिक्स स्टेडियम के बाहर आयोजित किया जाएगा. कुछ रिपोर्ट्स में इस फैसले को खतरे से भरा बताया गया है, क्योंकि फ्रांस आतंकवादी हमलों के लिए हाई अलर्ट पर है.